बहुत बार संभव है गैर वाजिब आलोचना हो,आप इसकी उपेक्षा कर सकते है और वाज़िब आलोचनाओं की मदद से अपने धर्म को और बेहतर करने में मदद कर सकते है। आपके धर्म के प्रति दूसरों के अलग दृष्टिकोण हो सकते है और इसके लिए खुद को तैयार रखे और दूसरों को भी तैयार रहने में मदद करे।हिंसा बर्बादी है।