ऐ मेरे वतन के लोगों,
बैसाखी मनाते वक्त ‘जलियाँ वाला बाग़’ के शहीदों को याद रखना!!
हमारे पुरखों ने देश की आज़ादी के लिए शहादत दी, हमें उस आज़ादी की हिफ़ाज़त करनी है, हमारे घरों, गावों, मुहल्लों और शहरों में नफ़रत और हिंसा के बीज बोने वाले आज के ‘जनरल डायरों’ से।