श्रीकांत त्यागी के ख़िलाफ़ योगी सरकार की कार्रवाई का सबसे अहम संदेश ये गया है कि BJP से जुड़े होने का धौंस देकर दबंगई तभी तक चलेगी जब तक मामला सोशल मीडिया पर वायरल नहीं हो जाता। फिर पार्टी तो पहचाने से इंकार करेगी ही, पार्टी से जुड़े पत्रकारों को भी ख़िलाफ़ में लिखना पड़ेगा।